लॉटरी क्या है ? (What is lottery)
लॉटरी एक ऐसा खेल है जिसमें लोग पैसे या अन्य पुरस्कार जीतने के लिए टिकट खरीदते हैं। लॉटरी में जीतने की संभावना पूरी तरह से किस्मत (Lottery and Astrology) पर निर्भर करती है, क्योंकि टिकट के नंबरों को यादृच्छिक तरीके से चुना जाता है। अधिकांश देशों में लॉटरी को सरकार द्वारा संचालित किया जाता है और इससे प्राप्त धनराशि का उपयोग विभिन्न सामाजिक और विकास कार्यों में किया जाता है।
लॉटरी के खेल में बहुत अधिक संभावनाएं होती हैं, लेकिन जीतने की संभावना बहुत कम होती है। कई लोग इस खेल में भाग लेते हैं, इस उम्मीद में कि वे बड़ी रकम जीत सकते हैं, लेकिन अक्सर जीतने वालों की संख्या बहुत कम होती है। इसलिए लॉटरी ख़रीदनेसे पहले एक अच्छे ज्योतिषी का परामर्श लेकर लॉटरी ख़रीदे, और इससे धन प्राप्त करें ।
लॉटरी और ज्योतिष कैसे बढ़ाएं जीतने की संभावना : (How to increase chances of winning lottery and astrology)
लॉटरी जीतना किस्मत और संयोग पर निर्भर करता है, लेकिन ज्योतिष के कुछ सिद्धांत आपके जीतने की संभावना को बढ़ा सकते है। ज्योतिष में ग्रहों की स्थिति और उनका प्रभाव हमारे जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ता है, तो क्यों न इसे लॉटरी जीतने के लिए भी प्रयोग किया जाए ?
लॉटरी का इतिहास : (History of Lottery)
लॉटरी का इतिहास एक दिलचस्प और पुरानी प्रथा है जो समय के साथ कई सभ्यताओं और संस्कृतियों में विकसित हुई है। लॉटरी, जिसे हम आज जानते हैं, का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है, जब लोग इसे सार्वजनिक और निजी उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करते थे। इस लेख में, हम लॉटरी के विकास, इसके प्रारंभिक रूपों, और इसके आधुनिक स्वरूप के बारे में चर्चा करेंगे।
प्राचीन काल में लॉटरी का उद्भव : (Origin of Lottery in Ancient Times)
लॉटरी का विचार प्राचीन समय से ही अस्तित्व में है। इसके प्रारंभिक रूप में, लोग आमतौर पर विभिन्न वस्त्रों, संपत्तियों, या वस्तुओं के विभाजन के लिए लॉटरी का उपयोग करते थे। प्राचीन चीन में, लगभग 205 से 187 ईसा पूर्व के बीच, हान राजवंश के समय क़िन राजवंश के सम्राट ने “कैनान” नामक एक प्रकार की लॉटरी का आयोजन किया था। यह लॉटरी सार्वजनिक कार्यों, जैसे कि दीवारों और इमारतों के निर्माण के लिए धन जुटाने का एक साधन था।
प्राचीन रोम में भी लॉटरी का उपयोग आम जनता के लिए लाभकारी कार्यों के लिए किया जाता था। रोम के सम्राट अगस्तस ने अपनी निजी संपत्ति का उपयोग कर एक लॉटरी का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य शहर के बुनियादी ढांचे में सुधार लाने के लिए धन जुटाना था। रोम के लोग भी इसके माध्यम से धन जीतने का सपना देखते थे।
मध्यकालीन यूरोप में लॉटरी का विकास : (Development of Lottery in Medieval Europe)
मध्यकालीन यूरोप में, लॉटरी का उपयोग सरकारी और निजी दोनों उद्देश्यों के लिए किया जाता था। इटली और फ्रांस में, 15वीं और 16वीं शताब्दी में, लॉटरी को नगर पालिकाओं और राजाओं द्वारा सार्वजनिक परियोजनाओं के लिए धन जुटाने के लिए एक साधन के रूप में इस्तेमाल किया गया। 1449 में, फ्रांस के राजा फ्रांसिस I ने देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए लॉटरी का आयोजन किया। इससे नागरिकों को सरकारी प्रकल्पों में आर्थिक योगदान देने का एक नया तरीका मिला।
नीदरलैंड और बेल्जियम में 15वीं शताब्दी के अंत में लॉटरी का आयोजन किया गया, जहां इससे जुटाई गई धनराशि को गरीबों की सहायता और सार्वजनिक कार्यों के लिए उपयोग किया गया। यहां की लॉटरी को “स्टाट्सलोटरिज” कहा जाता था, और यह दुनिया की सबसे पुरानी लगातार चलने वाली लॉटरी है, जो आज भी नीदरलैंड में मौजूद है।
आधुनिक काल में लॉटरी का प्रचलन : (Popularity of Lottery in Modern Times)
18वीं शताब्दी के दौरान, लॉटरी का प्रचलन यूरोप के अन्य हिस्सों और उत्तरी अमेरिका में भी फैल गया। इंग्लैंड में, लॉटरी का उपयोग बड़े पैमाने पर किया गया। 1612 में, ब्रिटिश संसद ने वर्जीनिया कंपनी को अमेरिका के उपनिवेशों में धन जुटाने के लिए एक लॉटरी आयोजित करने की अनुमति दी। इसके माध्यम से इंग्लैंड के उपनिवेशों को आर्थिक रूप से मदद मिली, और लॉटरी एक महत्वपूर्ण वित्तीय साधन बन गई।
उत्तरी अमेरिका में, लॉटरी का उपयोग कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए किया गया। हार्वर्ड, येल, और प्रिंसटन जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों की स्थापना में भी लॉटरी के माध्यम से जुटाए गए धन का महत्वपूर्ण योगदान रहा। यहां तक कि अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी, लॉटरी का उपयोग सेना के लिए धन जुटाने के लिए किया गया था। जॉर्ज वॉशिंगटन और बेंजामिन फ्रैंकलिन जैसे प्रमुख नेताओं ने लॉटरी को एक वैध वित्तीय साधन के रूप में समर्थन दिया।
आधुनिक लॉटरी का उद्भव : (Origin of The Modern Lottery)
19वीं और 20वीं शताब्दी में, लॉटरी का उपयोग कई देशों में किया जाने लगा, लेकिन इसके साथ-साथ इसके खिलाफ भी आवाजें उठीं। कुछ देशों में इसे जुए के रूप में देखा गया और इसे प्रतिबंधित कर दिया गया। 20वीं शताब्दी के मध्य में, कई देशों ने इसे फिर से वैध बना दिया, क्योंकि इससे सरकार को बड़ी मात्रा में राजस्व प्राप्त होता था, जिसका उपयोग सामाजिक कल्याण कार्यों के लिए किया जा सकता था।
आज, लॉटरी दुनिया भर में एक लोकप्रिय खेल बन गया है। इसे कई देशों में राष्ट्रीय लॉटरी के रूप में संचालित किया जाता है, जहां लाखों लोग नियमित रूप से लॉटरी टिकट खरीदते हैं। लॉटरी के माध्यम से सरकारें बड़े पैमाने पर धन जुटाती हैं, जिसे शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, और अन्य सामाजिक कार्यों में निवेश किया जाता है।
लॉटरी का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव : (Social and Economic Impact of Lottery)
लॉटरी का आर्थिक और सामाजिक प्रभाव काफी महत्वपूर्ण है। एक ओर, यह सरकारों के लिए राजस्व जुटाने का एक महत्वपूर्ण साधन है, जिसका उपयोग सार्वजनिक कल्याण के लिए किया जाता है। दूसरी ओर, लॉटरी खेलने से लोगों के जीवन में उत्साह और उम्मीद बनी रहती है। हालांकि, इसके साथ ही लॉटरी से जुड़े नकारात्मक पहलू भी हैं, जैसे कि जुआ की लत और आर्थिक अस्थिरता।
लॉटरी का इतिहास एक लंबी और विविध यात्रा है, जिसने विभिन्न सभ्यताओं और संस्कृतियों में अपनी पहचान बनाई है। प्राचीन चीन और रोम से लेकर आधुनिक यूरोप और अमेरिका तक, लॉटरी ने समाज में अपनी जगह बनाई है। आज, यह न केवल एक खेल है, बल्कि एक आर्थिक साधन भी है, जो लोगों के जीवन में उत्साह और संभावनाएं लाता है। इसके साथ ही, यह सरकारों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय साधन है, जिससे वे समाज के कल्याण के लिए आवश्यक धन जुटा सकते हैं।
लॉटरी का इतिहास हमें यह सिखाता है कि कैसे एक साधारण खेल समय के साथ एक महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक गतिविधि बन गया। हालांकि, इसके प्रभाव और संभावनाओं के साथ-साथ इसके खतरों को भी ध्यान में रखना आवश्यक है, ताकि लॉटरी का उपयोग समाज के कल्याण और समृद्धि के लिए किया जा सके।
ज्योतिष शास्त्र क्या है ? (What is Astrology)
ज्योतिष शास्त्र प्राचीन काल से चला आ रहा एक विद्या है, जिसमें ग्रहों, नक्षत्रों और तारों की स्थिति के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है। ज्योतिष शास्त्र का मानना है कि हमारे जीवन की घटनाओं पर ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति का प्रभाव पड़ता है।
ज्योतिष के अनुसार, हर व्यक्ति का जन्म के समय ग्रहों की स्थिति के आधार पर एक कुंडली बनाई जाती है, जो उसके जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती है। इसमें व्यक्ति के स्वास्थ्य, शिक्षा, करियर, विवाह, प्रेम संबंधों, आर्थिक स्थिति, और यहां तक कि उसकी मृत्यु के समय का भी अनुमान लगाया जा सकता है।
लॉटरी और ज्योतिष का संबंध : (Relation of Lottery and Astrology)
लॉटरी में भाग लेने वाले कई लोग अपने टिकट खरीदने के लिए ज्योतिष शास्त्र का सहारा लेते हैं। वे यह मानते हैं कि यदि वे सही समय पर और सही संख्या में टिकट खरीदते हैं, तो उनकी जीतने की संभावना बढ़ सकती है। इस संदर्भ में, ज्योतिष शास्त्र में शुभ समय, शुभ दिशा, और लकी नंबर की अवधारणाओं का उपयोग किया जाता है।
1) शुभ समय और मुहूर्त : (Auspicious Time and Muhurta) ज्योतिषी अक्सर यह सलाह देते हैं कि किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को करने से पहले शुभ समय या मुहूर्त का चुनाव करना चाहिए। यह अवधारणा लॉटरी खेलने में भी लागू होती है। कई लोग यह मानते हैं कि यदि वे किसी विशेष समय पर लॉटरी टिकट खरीदते हैं, तो उनकी जीतने की संभावना बढ़ सकती है।
2) लकी नंबर : (Lucky Number) ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक व्यक्ति की एक राशि होती है, और इस राशि के आधार पर उसे कुछ नंबर शुभ माने जाते हैं। लोग अक्सर इन लकी नंबरों का उपयोग लॉटरी टिकट खरीदते समय करते हैं, यह मानते हुए कि ये नंबर उन्हें जीत दिला सकते हैं।
3) शुभ दिशा : (Lucky Direction) ज्योतिष शास्त्र में दिशाओं का भी महत्वपूर्ण स्थान है। यह माना जाता है कि किसी विशेष दिशा में जाकर लॉटरी टिकट खरीदने से भी जीतने की संभावना बढ़ सकती है।
4) ग्रहों की दशा : (Condition of Planets) लॉटरी में जीतने के लिए ग्रहों की स्थिति और उनकी दशा भी महत्वपूर्ण मानी जाती है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अनुकूल हो, तो उसकी जीतने की संभावना अधिक हो सकती है। इसलिए, कुछ लोग अपनी कुंडली देखकर यह निर्णय लेते हैं कि उन्हें लॉटरी खेलना चाहिए या नहीं।
लॉटरी और भाग्य : (Lottery and Luck)
लॉटरी का खेल पूरी तरह से किस्मत पर निर्भर करता है। इसमें किसी भी प्रकार की गणितीय या तार्किक गणना नहीं की जा सकती। ज्योतिष शास्त्र एक विश्वास प्रणाली है, जो हमारे जीवन की घटनाओं को ग्रहों की स्थिति के आधार पर व्याख्या करने का प्रयास करता है। कई लोग यह मानते हैं कि यदि उनकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति अनुकूल है, तो वे लॉटरी जीत सकते हैं, यह बात सही है।
लॉटरी में जीतने के लिए क्या ज्योतिष शास्त्र सहायक है ? (Is Astrology Helpful in Winning Lottery)
लॉटरी और ज्योतिष शास्त्र दोनों ही विश्वास और भाग्य से जुड़े हैं । जहां लॉटरी एक खेल है जिसमें जीतने की लिए भाग्य का होना जरूरी होता है, वहीं ज्योतिष शास्त्र एक प्राचीन विद्या है जो हमारे जीवन की घटनाओं को ग्रहों की स्थिति के आधार पर व्याख्या करती है।
लॉटरी में जीतने के लिए ज्योतिष शास्त्र की सहायता लेना एक व्यक्तिगत निर्णय है। यदि कोई व्यक्ति लॉटरी में भाग लेना चाहता है, तो पहले जोतिषिओ सलाह लेकर लॉटरी ख़रीदे और उस-मेसे निश्चित धन प्राप्त करे।
लॉटरी में जीतने की संभावना को बढ़ाने के लिए ज्योतिष का उपयोग एक प्राचीन और परीक्षण तरीका है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति और अन्य ज्योतिषीय तत्वों का लॉटरी जीतने में एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि ज्योतिष केवल एक विश्वास प्रणाली है। जो लोग इस पर विश्वास करते हैं, उनके लिए यहां कुछ प्रमुख ज्योतिषीय उपाय और सुझाव दिए गए हैं जिनसे लॉटरी जीतने की संभावना को बढ़ाया जा सकता है।
1) जन्म कुंडली का विश्लेषण : (Analysis of Horoscope) जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति का गहन विश्लेषण करें। यदि आपकी कुंडली में ग्रह जैसे बृहस्पति (जो धन और सौभाग्य का प्रतीक है), शुक्र (विलासिता और सुख का प्रतीक) और राहु (अचानक लाभ का कारक) की स्थिति अच्छी हो, तो आपके लिए लॉटरी में जीतने की संभावना अधिक हो सकती है। कुछ ज्योतिषी लॉटरी में भाग लेने के लिए शुभ मुहूर्त और ग्रहों की अनुकूल दशा का चयन करने का सुझाव देते हैं।
2) शुभ दिन और समय का चयन : (Selecting Auspicious Day and Time) ज्योतिष में, कुछ दिन और समय विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं। लॉटरी टिकट खरीदते समय और परिणाम की घोषणा के समय इन शुभ समय का चयन करने से भाग्य आपके पक्ष में हो सकता है। उदाहरण के लिए, पंचांग के अनुसार, बुधवार और शुक्रवार को लॉटरी टिकट खरीदना लाभकारी माना जाता है। इसके अलावा, राहुकाल के समय को टालना चाहिए, क्योंकि इसे अशुभ समय माना जाता है।
3) अंक ज्योतिष और लकी नंबर : (Numerology and Lucky Number) अंक ज्योतिष में, प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक विशेष अंक शुभ माना जाता है। अपनी जन्मतिथि और नाम के अनुसार अपने शुभ अंक का पता लगाएं और उसे लॉटरी टिकट खरीदने के लिए उपयोग करें। यदि आपका शुभ अंक 3 है, तो टिकट में इस अंक का समावेश करना लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा, कुछ ज्योतिषी लॉटरी के लिए विशिष्ट अंकों के संयोजन का सुझाव देते हैं, जैसे कि 5, 7 और 9 का मिश्रण।
4) रत्नों का प्रयोग : (Use of Gemstones) रत्नों का उपयोग भी लॉटरी में जीतने की संभावना को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। बृहस्पति के लिए पीला पुखराज, शुक्र के लिए हीरा, और राहु के लिए गोमेद जैसे रत्न पहनने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है, जिससे आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकता है। ज्योतिषी से परामर्श करके सही रत्न का चयन करें और उसे सही तरीके से धारण करें।
5) मंत्र और पूजा विधि : (Mantra and Method of Worship) लॉटरी में जीतने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का जाप और पूजा विधियों का पालन किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, ‘श्री लक्ष्मी मंत्र’ या ‘कुबेर मंत्र’ का नियमित रूप से जाप करना लाभकारी हो सकता है। इसके साथ ही, लक्ष्मी जी की पूजा करके और धन प्राप्ति के लिए विशेष पूजा का आयोजन करके आप अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकते हैं।
6) वास्तु शास्त्र के उपाय : (Vaastu Shastra Remedies) वास्तु शास्त्र भी आपकी वित्तीय स्थिति को प्रभावित कर सकता है। घर के उत्तर-पूर्व दिशा को साफ और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रखें। धन और संपत्ति के देवता कुबेर की दिशा उत्तर मानी जाती है, इसलिए इस दिशा में कोई भारी वस्तु न रखें। इसके अलावा, घर में कुबेर यंत्र स्थापित करके और नियमित पूजा करने से भी लाभ मिल सकता है।
7) ग्रहों की शांति और उपाय : (Planetary Peace and Remedies) कुंडली में कुछ ग्रह दोष हो सकते हैं, जो आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं। यदि शनि या राहु की स्थिति खराब हो, तो ये बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं। इसके लिए ज्योतिषी से परामर्श लेकर ग्रह शांति के उपाय करें। शनि की दशा में शनि मंत्र का जाप करें और गरीबों को दान करें। राहु की दशा में कालसर्प योग की शांति के लिए विशेष पूजा करें।
8) विशेष तिथियों का महत्व : (Importance of Special Dates) ज्योतिष में कुछ विशेष तिथियां और अवसर लॉटरी में भाग लेने के लिए शुभ माने जाते हैं। उदाहरण के लिए, धनतेरस, अक्षय तृतीया, और दिवाली जैसे त्योहारों पर लॉटरी खरीदना विशेष लाभकारी माना जाता है। इन अवसरों पर भाग्य आपके पक्ष में हो सकता है।
9) गुरु और ज्योतिषी से मार्गदर्शन : (Guidance from Guru and Astrologer) लॉटरी में सफलता प्राप्त करने के लिए एक योग्य और अनुभवी ज्योतिषी का मार्गदर्शन प्राप्त करना आवश्यक है। वह आपकी कुंडली का विश्लेषण करके आपको सही उपाय बता सकते हैं। इसके अलावा, गुरु का आशीर्वाद और नियमित रूप से उनकी सलाह का पालन करना भी आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
10) सकारात्मक सोच और धैर्य : (Positive Thinking and Patience) अंत में, यह ध्यान रखें कि लॉटरी एक खेल है जिसमें भाग्य की प्रमुख भूमिका होती है। ज्योतिषीय उपाय करने के बाद भी सकारात्मक सोच और धैर्य रखना महत्वपूर्ण है। हारने पर हताश न हों और नियमित रूप से प्रयास करते रहें। याद रखें कि आपकी सकारात्मक ऊर्जा और निरंतरता ही आपको सफलता की ओर ले जाएगी।
निष्कर्ष : (Conclusion)
लॉटरी में जीतने की संभावना को ज्योतिषीय उपायों के माध्यम से बढ़ाने के कई तरीके हो सकते हैं, लेकिन यह सब विश्वास पर आधारित है। विज्ञान के दृष्टिकोण से, लॉटरी पूरी तरह से संयोग का खेल है, और किसी भी प्रकार की गारंटी नहीं दी जा सकती। फिर भी, यदि आप ज्योतिष पर विश्वास करते हैं, तो उपरोक्त उपायों को अपनाकर आप अपनी जीतने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। हमेशा याद रखें कि जीत और हार जीवन का हिस्सा हैं, और हमें इन्हें सकारात्मक दृष्टिकोण से देखना चाहिए।
उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी, और आपको अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगी। चाहे आप लॉटरी में जीतें या नहीं, अपने प्रयासों को जारी रखें और धैर्य बनाए रखें।
FAQs :
Q- क्या ज्योतिष से लॉटरी जीतने का समय पता लगाया जा सकता है ?
A- ज्योतिष मे ग्रहो की दशा और गोचर से यह देखा जा सकता है कि किसी व्यक्ति के जीवन मे धन लाभ और लॉटरी जीतने का योग बन रहे है या नही।
Q- लॉटरी जीतने के लिए कौन से ग्रह सबसे महत्वपूर्ण होते है ?
A- ज्योतिष के अनुसार, धन लाभ और संपत्ति के लिए बृहस्पति, शुक्र और चंद्रमा महत्वपूर्ण माने जाते है। ये ग्रह व्यक्ति के भाग्य और धन के कारक होते है।
Q- क्या कुंडली मे कोई योग लॉटरी जीतने के संकेत देता है ?
A- कुंडली मे ‘धन योग’, ‘राज योग’, ‘भाग्य योग’, और ‘लक्ष्मी योग’ जैसे बनते है, तब अचानक धन लाभ या लॉटरी जीतने के उम्मीद बड़ जाता है।
Q- लॉटरी जीतने के लिए कौन से ग्रह अनुकूल होने चाहिए ?
A- बृहस्पति, चंद्रमा, शुक्र, और राहु-केतु की सकारात्मक स्थिति व्यक्ति के लिए अचानक धन लाभ के योग बना सकती है। साथ ही, दशा और अंतर्दशा भी महत्वपूर्ण होती है।
Q- क्या ज्योतिष उपाय से लॉटरी जीतने के चांस बढ़ सकते है ?
A- ज्योतिष मे कुछ उपाय, जैसे विशेष पूजा, मंत्र जाप, यंत्र और रत्न धारण आदि से ग्रहों की स्थिति से लॉटरी पानेकी सलाह दी जाती है।
Q- किस दिन लॉटरी खरीदनी चाहिए ज्योतिष के अनुसार ?
A- ज्योतिष के अनुसार शुभ दिन, जैसे गुरुवार या शुक्रवार, को धन से संबंधित कार्य करना लाभकारी माना जाता है।
Q- क्या राहु और केतु लॉटरी जीतने पर प्रभाव डालते है ?
A- राहु अचानक घटनाओ और अप्रत्याशित लाभ से संबंधित है, जबकि केतु त्याग और आध्यात्मिकता का कारक है। राहु की सकारात्मक स्थिति व्यक्ति को लॉटरी जीतने का मौका देती है।
Q- क्या कुंडली मे धन स्थान से लॉटरी जीतने की संभावना का पता चलता है ?
A- कुंडली मे धन स्थान (दूसरा, पांचवा, और ग्यारहवा भाव) का संबंध व्यक्ति के आर्थिक स्थिति और धन प्राप्ति से होता है। इन स्थानों मे शुभ ग्रहों की स्थिति लॉटरी जीतने के संकेत देती है।
Q- क्या कोई मंत्र या पूजा लॉटरी जीतने मे मदद कर सकता है ?
A- कुछ लोग धन प्राप्ति के लिए लक्ष्मी पूजा, कुबेर पूजा, या मंत्र जाप का सहारा लेते है। लेकिन यह व्यक्ति की आस्था और विश्वास पर निर्भर करता है।
Q- क्या किसी विशेष राशि के लोग लॉटरी जीतने के लिए भाग्यशाली होते है ?
A- हर राशि के लोगो के लिए अलग-अलग समय पर ग्रहो की स्थिति बदलती है। इसलिए किसी विशेष राशि को लॉटरी मे अधिक भाग्यशाली कहना उचित नही है। व्यक्तिगत कुंडली और ग्रह दशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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