काल सर्प दोष ज्योतिष में बुरी दोष माना जाता है और इसका प्रभाव जीवन के विभिन्न पहलुओं पर पड़ता है।

ये तब उत्पन्न होता है जब कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं।

यह दोष व्यक्ति के पूर्वजों के कर्मों का परिणाम माना जाता है।

लक्षण :

व्यक्ति को निरंतर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

धन की कमी और आर्थिक अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।

मानसिक शांति की कमी और तनाव बढ़ सकता है

विवाह में विलंब या वैवाहिक जीवन में समस्याएं हो सकती हैं

उपाय

नाग पंचमी के दिन व्रत रखने से और नाग देवता की पूजा करने से दोष का प्रभाव कम होता है।

"ॐ नमः शिवाय" मंत्र का नियमित जाप करना और रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक होता है।

हनुमान चालीसा का पाठ करना, और राहु-केतु के लिए विशेष पूजा और दान करना अच्छा होता है।

काल सर्प दोष का प्रभाब अशुभ हो सकता है, लेकिन उपायों और पूजा से नियंत्रित हो सकता है

ज्योतिषी की सलाह लेना और नियमित रूप से उपाय करना महत्वपूर्ण होता है।